Israel Hamas War दोहा में होने वाले इस समझौते पर Israel-Hamas युद्ध की कड़वाहट को काम करने का एक अच्छा प्रयास किया जा रहा है। युद्ध क्षति को देखते हुए सभी प्रमुख पश्चिम एशियाइ राष्ट्रों तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के नेतृत्व में इस युद्ध विभीषिका को ख़त्म करने के लिए क़तर की राजधानी दोहा में गुरुवार को एकत्र हुए।
प्रमुख बिंदु …….
- Israel Hamas War में गंभीर मानवीय क्षति
- Israel Hamas War कौन किसके पक्ष में
- क्या बंद हो जाएगा Israel-Hamas युद्ध
- Israel Palestine में विवाद में ईरान क्यों तिलमिलाया हुआ है
- इजराइल-हमास विवाद: युद्धविराम की पहल
Israel Hamas War में गंभीर मानवीय क्षति
इजराइल हमास युद्ध (Israel Hamas War) में लगभग 350 इस्राइली सैनिक और 20,000 उग्रवादी तथा 40,000 फिलिस्तीनी नागरिको के मरे जाने की खबर हैं। इस तनाव भरे क्षेत्र में आम जनमानस का ,बच्चों और महिलाओं का जीवन कठिनाइयों और दुश्वारियों से गुजर रहा है। इसको देखते हुए मानवादिकार आयोग तथा संयुक्त राष्ट्र संघ ने युद्ध को ख़त्म करने के लिए दोनों देशो तथा हमास से युद्ध विराम की अपील की है।
Israel Hamas War कौन किसके पक्ष में
तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन खुलकर इजराइल के विरोध में है। ईरान भी इजराइल के विरुद्ध खड़ा है क्योकि उसके द्वारा समर्थित संगठन हमास के प्रमुख लीडर स्माइल हानिया के ईरान की राजधानी तेहरान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक द्वारा मारे जाने से ईरान अत्यधिक भड़का हुआ है। वह इजराइल का वर्त्तमान में प्रमुख और कट्टर प्रतिद्वंदी है। अरब देश भी इस Israel Hamas War में खुलकर सामने नहीं आ रहे है जिसकी वजह अमेरिका माना जा रहा है।
क्या 2024 में बंद हो जाएगा Israel-Hamas युद्ध?
Israel Hamas War को रोकने के लिए क़तर की राजधानी दोहा में चलने वाले इस ऐतिहासिक समझौता सम्मलेन की सफलता और असफलता पर यह निर्भर है कि यदि सफल हुआ तो ठीक है नहीं तो किसी बड़े युद्ध की आशंका की जा सकती है क्योकि इसकी असफलता पर ईरान इजराइल पर हमला कर सकता है।
Israel Palestine में विवाद में ईरान क्यों तिलमिलाया हुआ है
Israel Hamas War/Israel Palestine में ईरान के तिलमिलाने की वह दो प्रमुख घटित होने वाली घटनाये जिम्मेदार हैं जिनमे से पहली घटना 20 मई 2024 को तथा दूसरी घटना 07 अक्तूबर 2023 को घटित हुई। दरअसल 20 मई 2024 के दिन अजरबैजान में हुए विमान दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री तथा प्रमुख अधिकारियो सहित कुल आठ लोग मारे गए थे। इस दुर्घटना के लिए ईरान इजराइल को जिम्मेदार मानता है। और अब इस्माइल हनिया की मौत इजराइल हमास के बीच होने वाले इस कनफ्लिक्ट में आग में घी का काम कर दिया है। ईरान द्वारा समर्थित संगठन हमास के प्रमुख लीडर स्माइल हानिया के ईरान की राजधानी तेहरान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक द्वारा मारे जाने से ईरान अत्यधिक भड़का हुआ है।
इजराइल-हमास विवाद: युद्धविराम की पहल
Israel Hamas War/Israel Palestine में मासूम बच्चे महिलाये और बुजुर्गो की काफी दयनीय स्थिति है। खासकर गाज़ा में अत्यधिक जान माल का नुकसान हुआ है। बरसों पुराना यह विवाद न जाने कब ख़त्म होगा कोई नहीं जानता। पश्चिम एशिया के इस विवाद के अंत के लिए सभी जिम्मेदार प्रमुख देशो को एक साथ सुलझाने की बहुत जरुरत है। इसी को देखते हुए क़तर की राजधानी दोहा में बैठक बुलाई गयी थी। नतीजे कुछ भी हो लेकिन प्रयास जारी रहना चाहिए।